About 3 channels for "डा सुरेन्द्र"

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Last Updated3 months ago

Vaidik Guru DNYS,D.pharma,CMSED,CFAID,ET,PG Yoga

आओ एक बार फिर से चले प्रकृति अर्थात भारत की ओर और अनुभव करे अपने जीवन के भिन्न भिन्न वैज्ञानिक सनातन परम्पराओं के आयाम को आयुर्वेद+नेचुरोपैथी(प्रकृति विज्ञान)+ध्यान (योग के विशिष्ट आयाम)+आधुनिक इंजीनियरिंग के संयोग और योग को जिस पर रोगान्तक हर्बल आयुर्वेदा नेचुरोपैथी ध्यान योग शोध संस्थान पूरे समर्पण से राष्ट्र एवं जनमानस के लिये अग्रणी भूमिका निभा रहा है और सेवाकार्य मे समर्पित संस्थान है🌿 Dr.(Naturo) Surendra Kumar Tripathi DNYS D.pharma CMSED PG in Yoga science FCFAID ET डा.सुरेन्द्र कुमार त्रिपाठी DNYS, D.PHARMA,PG in Yoga,CFAIC,ET *रोगान्तक हर्बल आयुर्वेद क्लीनिक* द्वारा परीक्षित हजारों बार का आजमाया हुवा प्रयोग* Mobile 🇮🇳 वैदिक चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित रोगान्तक हर्बल आयुर्वेदा नेचुरोपैथी शोध संस्थान एवं ध्यानयोग केंद्र ||प्रयागराज एवं प्रतापगढ़ (सुवंसा)|| स्वास्थ्य एवं वैदिक सनातन परम्पराओं से जुडी किसी भी प्रकार की समस्या में नि:शुल्क परामर्श के लिए फोन कर सकते हैं 9026545922, या what's app कर सकते हैं 7906201788 पर( समय 4:30PM to 6:30 PM.) 🇮🇳🦚 वंदे मातरम 👏🧘‍♂️🌱
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Hasya Kavi Dr Surendra Dubey

• नाम - डॉक्टर सुरेंद्र दुबे ( महामहीम राष्ट्रपित द्वारा पद्मश्री से सम्मािनत ) • जन्मितिथ - ०८/०८/१९५३ • कायार्नुभव - सचिव (सेवानिवृत ) छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग, छत्तीसगढ़ शासन एवं विशेष कतर्व्यस्थ अधिकारी (सेविनवृत ) छत्तीसगढ़ शासन डा सुरेन्द्र दुबे ने अपनी छत्तीसगढ़ी-हिन्दी कविताओं से छत्तीसगढ़ और झारखण्ड में‘‘ जगल विकास मंगल‘‘ अभियान चलाकर आदिवासियों में जन जागृति का संचार किया। ‘मै खामोश बस्तर हूँ लेकिन बोल रहा हॅू‘‘ कविता ने अरण्य जागृति का शंखनांद किया निरक्षता के कुप्प अंधेरे को आलोकित करने के लिए उन्होनें ‘‘सुगघर गोठ‘‘ छत्तीसगढ़ी नाटक का लेखन किया। जिसके एक हजार मंचन का परिणाम था दुर्ग जिले के सम्पूर्ण साक्षरता का पुरस्कार। कुष्ठ जैसी बीमारी के लिए जनचेतना जागृत करने का संकल्प लेकर उन्होने नाटिका ‘‘चमेली‘‘ को सृजन किया। जिसे डेनिडा ने पुरस्कृत किया। आगरा विश्वविद्यालय ने उनकी साहित्यक प्रतिभा को रेखांकित करने हुए उन पर किये शोध की पी.एच.डी.की उपाधि दी।
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